आडवाणी और अमरिंदर सिंह को जान से मारने की धमकी भरा पत्र जारी.
सरकार और जांच व खुफिया एजेंसी जिस तरह से पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) और लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) की सुरक्षा से जुड़े मसले को भी सतर्कता के साथ मॉनिटरिंग कर रही हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 2, 2020, 10:03 AM IST
1 नवंबर और 2 नवंबर की तारीख खास
दरअसल 31 अक्टूबर, 1984 को हुई इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की हत्या के बाद एक नवंबर और दो नवंबर से ही राजधानी में सिख दंगा शुरू हुआ था, जिसमें सैकड़ों सिख धर्म समुदाय के लोगों को उस दंगे के दौरान मार दिया गया था. आज भी उसी दंगे के नाम पर जस्टिस फ़ॉर सिख संस्था का प्रमुख परविंदर सिंह पन्नू पंजाब-दिल्ली से लेकर विदेशों में भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है.
हर साल सिख दंगा की बरसी पर आतंकी पन्नू ऐसे ही गीदड़ धमकी देता रहता है. लेकिन जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से ये अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियों और नेताओं पर हमले की तैयारी और हत्या करने वाले को बदले में इनाम की राशि का ऐलान कर रहा है. इस मसले पर भारत सरकार को भी विशेष ध्यान देने की बेहद आवश्कता है.यह भी पढ़ें: अभिनंदन मामले पर PAK की पोल खोलने वाले नेता पर देशद्रोह का केस दर्ज करेगी इमरान सरकार
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की गंदी चाल में फंसा हुआ है पन्नू
इस मामले पर इंडियन वर्ल्ड फोरम के सेक्रेटरी जनरल पुनीत सिंह चंडोक ने भी बयान देते हुए कहा कि ये आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) आज तक किसी भी सिख समुदाय के उन दंगा पीड़ितों में से एक लोगों की भी कोई कानूनी मदद या किसी अन्य तरह से कोई नहीं की है, न ही मदद करने का कोई इरादा है, लेकिन दंगा पीड़ितों (riot victim) को भड़काने का प्रयास वो हमेशा से करता रहा है. ये पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के हाथों कठपुतली बनकर उसी के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश करता रहता है.
इसके साथ ही इस मामले पर पुनीत सिंह चंडोक ने भी कहा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू खालिस्तान और सिख फ़ॉर जस्टिस (Sikh for Justice) के मसले को आगे बढ़ाने के लिए और मीडिया की लाइमलाइट में आने के लिए कुछ भी करने को अक्सर तैयार रहता है, जिससे उसकी खालिस्तानी सोच को बढ़ावा भी मिले और उसको मीडिया में लाइमलाइट भी मिले. इसी का शायद तकाजा है कि उसने पांच नवम्बर को दिल्ली से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट (Air India flights) को रोकने के लिए अपनी खुराफाती दिमाग का प्रयोग कर रहा है. इसके लिए वो किसी भी स्तर पर जाने के लिए वो प्रयासरत है. लेकिन इन सभी हरकतों से उसे कुछ भी हासिल नहीं होने वाला है क्योंकि उसकी इस हरकत से भारत में सभी वाकिफ हैं.
पुनीत सिंह चंढोक की ललकार भरी चुनौती
इंडियन वर्ल्ड फोरम के सेक्रेटरी जनरल पुनीत सिंह चंडोक ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख (ISI) लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को ललकारते हुए चुनौती दी है कि “अगर हिम्मत है तो अपनी मांद से बाहर निकले और किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के सार्वजनिक स्तर के बहस वाले मंच पर आए तब मुझसे बात करके दिखाए”. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी बब्बर, बिन्दा, गुरपतवंत सिंह पन्नू, निज्जर, पम्मा, रोड़े जैसे लोमड़ियों के पीछे बैठकर क्यों इन कठपुतलियों का सहारा लेता है.