फ्रांस में पैगंबर का कार्टून दिखाने पर एक शिक्षक की हत्या स्कूल के बाहर कर दी गई. PHOTO: AP
फ्रांस में अपने छात्रों को पैगंबर मोहम्मद का कार्टून (Cartoon Of Prophet Mohhamad) दिखाने वाले शिक्षक का स्कूल के बाहर सिर काट (Muder of Teacher) दिया गया. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने इसे इस्लामी आतंकवादी हमला (Islamic Terrorist Attack) बताया है.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 17, 2020, 10:29 AM IST
फ्रांस में 2015 में भी हुए थे इस्लामिक हमले
फ्रांस में वर्ष 2015 में विवादित व्यंग्य पत्रिका ‘शार्ली ऐब्दो’ और राजधानी में एक यहूदी सुपरमार्केट पर हुए आतंकवादी हमलों के बाद से इस्लामी हिंसा की लहर लगातार किसी न किसी रूप में दिख रही है. फ्रेंच एंटी टेरर प्रॉसिक्यूटर इस हमले में हुई हत्या को ‘एक आतंकवादी संगठन’ से जोड़कर देख रहे हैं.
फ्रांस की राजधानी से 30 किलोमीटर दूर घटी घटनायह हमला फ़्रांस की राजधानी पेरिस से लगभग 30 किलोमीटर (20 मील) की दूरी पर उत्तर-पश्चिमी उपनगर कॉनफ्लैंस सेंट-होनोरिन के एक मिडिल स्कूल के बाहर हुआ. पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि स्कूल के पास एक संदिग्ध व्यक्ति के बारे में कॉल मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी. उन्हें वहां शिक्षक का शव मिला. जल्द ही उन्होंने संदिग्ध हमलावर को भी ढूंढ लिया जिसके हाथ में उस समय भी ब्लेड था. पुलिस ने हमलावर को जब पकड़ने की कोशिश की तो उसने उन्हें धमकी दी. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए गोली चलाई और उसे गंभीर रूप से घायल भी कर दिया लेकिन बाद में उसकी मृत्यु हो गई. एक न्यायिक सूत्र ने शनिवार को एएफपी को बताया कि एक नाबालिग सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ये सभी हमलावर से जुड़े हुए थे.
शिक्षक पढ़ा रहा था अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
इस हमले में मारे गए शिक्षक इतिहास पढ़ाते थे. उन्होंने हाल ही बच्चों के साथ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता विषय पर चर्चा करते हुए उन्हें पैगंबर मोहम्मद के कार्टून दिखाए। स्कूल में एक छात्र के माता-पिता ने बताया कि शिक्षक ने कार्टून दिखाने से पहले मुस्लिम विद्यार्थियों को कमरे से बाहर जाने के लिए कहकर “विवाद” छेड़ दिया था.
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देश के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने घटनास्थल का जायजा लिया और इस हमले से स्तब्ध दिखे. उन्होंने कहा कि हत्या ने “एक इस्लामिक आतंकवादी हमले” की बानगी पेश की है. उन्होंने शिक्षकों की रक्षा को अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि पूरा देश” शिक्षकों की रक्षा के लिए तैयार है और रूढ़िवादिता कभी जीत नहीं पाएगी. शिक्षा मंत्री जीन-मिशेल ब्लेंकर ने भी हमले पर एक ट्वीट किया कि गणतंत्र पर हमला हो रहा है.