कोटा रिवर फ्रंट के निर्माण से 1000 साल पुरानी प्रतिमाओं को खतरा होने को लेकर BJP ने जताया विरोध.
Kota River Front: चंबल नदी के किनारे बन रहे रिवर फ्रंट के नीचे हजार साल से ज्यादा पुरानी प्रतिमाओं के संरक्षण के लिए BJP के पार्षदों ने उठाई आवाज. सरकार से पुरातात्विक महत्व की प्रतिमाओं के प्रति आस्था से खिलवाड़ न करने की अपील.
बीजेपी के नेताओं ने मांग की कि प्राचीन प्रतिमाओं को संरक्षित करते हुए इन्हें बटक बालाजी मंदिर के पास विधि विधान के साथ स्थापित करें. साथ ही मंदिर का निर्माण करें, ताकि लोगों की आस्था बरकरार रहे. इन पार्षदों ने चेतावनी दी कि सरकार और नगर विकास न्यास प्रशासन ने यदि मांगें न मानी तो आंदोलन किया जाएगा. कोटा उत्तर नगर निगम के भाजपा पार्षद बलवीर सिंह, बीरबल लोधा, राकेश पुटरा और नवल सिंह ने कहा कि 4-5 पीढ़ियों से वे लोग इस स्थान और इन प्रतिमाओं को देखते आ रहे हैं. पार्षदों ने कहा कि चंबल रिवर फ्रंट का विरोध उनका मकसद नहीं है, लेकिन 1000 साल पुरानी जो प्रतिमाएं हैं उनका संरक्षण होना चाहिए. भाजपा पार्षदों ने कहा कि चंबल रिवर फ्रंट के साथ सरकार चंबल नदी में छोटा एनीकट निर्माण करवाएगी, जिससे चट्टानों के नीचे स्थापित प्रतिमाओं के डूबने का खतरा होगा. ऐसे में सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाए और इन प्रतिमाओं को संरक्षित करते हुए बटक बालाजी मंदिर में स्थापित करे, ताकि जो लोग चंबल रिवर फ्रंट देखने आएंगे वह इन प्रतिमाओं को भी देख सकेंगे और इनके बारे में जान सकेंगे.
भाजपा पार्षदों ने बताया कि पिछले दिनों नगर विकास न्यास प्रशासन से प्रतिमाओं के संरक्षण को लेकर चर्चा की गई थी, लेकिन प्रशासन का रवैया उलट नजर आया. न्यास प्रशासन चाहता है कि इन प्रतिमाओं को हटाकर व नगर विकास न्यास के कार्यालय में रख देगा. लेकिन भाजपा पार्षदों ने कहा कि वह इस बात का विरोध कर रहे हैं. पार्षदों ने कहा कि इस स्थान से लोगों की आस्थाएं जुड़ी हैं, इसलिए वह इन प्रतिमाओं को दूसरे स्थान पर नहीं ले जाने देंगे.