कुलदीप यादव ने डे नाइट टेस्ट में खुद को प्लेइंग इलेवन में रखने की वकालत की है. (Kuldeep Yadav/Instagram)
चाइनामैन’ गेंदबाज कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले डे नाइट टेस्ट क्रिकेट मैच (Day Night Test Match) में उन्हें प्लेंइंग इलेवन में रखना गलत फैसला नहीं होगा, क्योंकि दूधिया रोशनी में स्पिनरों को समझना बल्लेबाजों के लिए काफी मुश्किल होता है.
उन्होंने केकेआर.इन से कहा, ”मेरा मानना है कि रात में स्पिनरों की गेंदों को समझना मुश्किल होता है, क्योंकि स्पिनर अलग अलग वैरीएशन का उपयोग करते हैं और ऐसे में गेंद की सिलाई की स्थिति का अनुमान लगाना आसान नहीं होता है. यह हमारे लिए फायदे वाली बात है.”
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भारत का यह विदेशों में पहला डे नाइट टेस्ट मैच होगा. उसने इससे पहले 2019 में कोलकाता में गुलाबी गेंद से मैच खेला था. कुलदीप ने कहा, ”मुझे भारत के बाहर गुलाबी गेंद से मैच खेलने का अनुभव नहीं है, इसलिए यह देखना रोमांचक होगा कि इस मैच में खेल कैसे आगे बढ़ता है.”उन्होंने कहा, ”यह कहना सही नहीं होगा कि ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में स्पिनरों का दबदबा नहीं रहेगा. ऐसे कई वाकये हैं जबकि स्पिनरों ने यहां अच्छा प्रदर्शन किया है. यह पूरी तरह से इस पर निर्भर करता है कि आप परिस्थितियों से कितनी जल्दी तालमेल बिठाते हो.”
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कुलदीप ने कहा, ”हमने हाल में काफी टी20 क्रिकेट खेली है. टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए संयम बनाये रखने की जरूरत होती है. मानसिक दृढ़ता काफी महत्वपूर्ण होती है. छोटे प्रारूप से लंबे प्रारूप में खेलने पर आप कई चीजों को जल्दी जल्दी आजमाने की कोशिश करते हो. टेस्ट क्रिकेट में विकेट आसानी से नहीं मिलते इसलिए धैर्य रखना महत्वपूर्ण होता है.”
कुलदीप ने अब तक छह टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें दो मैच उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले हैं. उन्होंने कहा कि अगर उनके तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करते हैं और बल्लेबाज लय बनाये रखते हैं तो भारत इस बार भी सीरीज जीत सकता है. उन्होंने कहा, ”हमने पिछली बार अच्छा प्रदर्शन किया था और इसलिए हम सीरीज जीते थे. अगर हमारे अच्छा प्रदर्शन करते हैं और बल्लेबाज भी पिछली बार की तरफ खेलते हैं तो हम इस बार भी जीतेंगे.”